उम्मीद की किरण, समाधान का सफर- आस्था आईवीएफ सेंटर, गोरखपुर
पुरुष बांझपन
क्या आप और आपके जीवनसाथी परिवार बनाने का सपना देख रहे हैं, लेकिन बांझपन के कारण यह सपना अधूरा है?
पुरुष बांझपन आज एक आम समस्या है, लेकिन घबराने की ज़रूरत नहीं है! गोरखपुर में आस्था आईवीएफ सेंटर पुरुष बांझपन की समस्याओं का समाधान करने में अग्रणी है, और यहाँ हम आपको इस यात्रा में साथ लेकर चलते हैं।
समस्या को समझें:
पुरुष बांझपन के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
27 YEARS OF EXPERTISE
OUR MALE FERTILITY SPECIALIST
Dr. Mandar Chavan
ANDROLOGIST & SEXOLOGIST
- शुक्राणुओं की कम संख्या (Low Sperm Count): यह सबसे आम समस्या है, जहाँ वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या कम होती है।
- शुक्राणुओं की गतिशीलता में कमी (Low Sperm Motility): कम गतिशील शुक्राणु गर्भाशय तक पहुँचने में असमर्थ हो सकते हैं।
- शुक्राणुओं का आकार और संरचना में असामान्यता (Abnormal Sperm Morphology): असामान्य आकार के शुक्राणु निषेचन में असफल हो सकते हैं।
- शुक्राणुओं का पूर्ण अभाव (Azoospermia): कुछ मामलों में वीर्य में शुक्राणुओं का पूर्ण अभाव होता है।
- हार्मोनल असंतुलन: हार्मोनल असंतुलन भी शुक्राणु उत्पादन को प्रभावित कर सकता है।
उम्मीद की किरण - उपचार के विकल्प:
आस्था आईवीएफ सेंटर में, हम पुरुष बांझपन के उपचार के लिए कई उन्नत तकनीकों का उपयोग करते हैं, जिनमें शामिल हैं:
- इंट्रायूटरिन इन्सेमिनेशन (IUI): इस प्रक्रिया में, शुक्राणुओं को सीधे महिला के गर्भाशय में इंजेक्ट किया जाता है, जिससे गर्भधारण की संभावना बढ़ जाती है।
- इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF): आईवीएफ में, अंडे को महिला के शरीर से निकाला जाता है और शुक्राणुओं के साथ प्रयोगशाला में निषेचित किया जाता है। निषेचित अंडे को फिर महिला के गर्भाशय में स्थानांतरित कर दिया जाता है।
- Intracytoplasmic Sperm Injection (ICSI): आईसीएसआई में, एक शुक्राणु को सीधे अंडे में इंजेक्ट किया जाता है, जिससे निषेचन की संभावना बढ़ जाती है। यह प्रक्रिया तब उपयोग की जाती है जब शुक्राणुओं की संख्या कम होती है या उनकी गतिशीलता कम होती हडॉ. मंदार चव्हाण: आपका मार्गदर्शक: